कुंभ राशि की भविष्यवाणी, कुंभ राशि का भाग्योदय, कुंभ राशि का आने वाला समय कैसा होगा, कुंभ राशि का भाग्योदय कब होता है, कुंभ राशि का भाग्य क्या है?, कुंभ राशि वालों की किस्मत में क्या है?, कुंभ राशि की किस्मत कब चमकेगी?, Kumbh Rashi Ka Bhavishya, कुंभ राशि का भाग्योदय कब होगा, Kumbh Rashi Ki Bhavishyavani, Kumbh Rashi Ka Bhagyoday Kab Hoga, Kumbh Rashi Ka Aane Wala Samay Kaisa Hoga, Kumbh Rashi Ka Bhagyoday Kab Hota Hai, Kumbh Rashi Ka Bhagya Kya Hai?, Kumbh Rashi Walon Ki Kismat Mein Kya Hai?, Kumbh Rashi Ki Kismat Kab Chamakegi

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कुंभ राशि का भविष्य – परिचय

कुम्भ, राशिचक्र में ग्यारहवीं ज्योतिषीय राशि है, जो जीवन के प्रति अपने अनोखे और अपरंपरागत दृष्टिकोण के लिए जानी जाती है। कुंभ राशि के लोग उदार, विचारशील और दयालु होते हैं। ये लोग अक्सर लोगों की मदद करना पसंद करते हैं और उन्हें सहयोग देने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। कुंभ राशि वालों के लिए उनके विचारों और अभिप्रायों को आगे बढ़ाना बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस राशि के लोगों के लिए सामाजिक और व्यवसायिक जीवन अधिक महत्वपूर्ण होता है। ये लोग अपने भविष्य को लेकर काफी उत्साहित रहते हैं। आज का आर्टिकल कुंभ राशि के जातकों के लिए बेहद खास है, क्योंकि इसमें उनके भविष्य, भाग्य और किस्मत को लेकर ज्योतिषीय भविष्यवाणी की गई है। इन भविष्यवाणी के जरिए आप अपने आने वाले समय पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, जीवन में सफलता पा सकते हैं और अपने भविष्य को उज्जवल बना सकते हैं।

कुंभ राशि की भविष्यवाणी, Kumbh Rashi Ka Bhavishya

कुंभ राशि वालों के लिए आने वाला उत्तम होगा। आपकी मेहनत रंग लाएगी और आपको कार्य क्षेत्र में सफलता मिलेगी। आपके पारिवारिक एवं वैवाहिक संबंधों में सुधार होगा और आप अपने दोस्तों, परिवार और पार्टनर के साथ खुशहाली का अनुभव करेंगे। आने वाले समय में आपकी आर्थिक स्थिति भी सुधरने के आसार होंगे और आप धन के मामले में सफलता हासिल कर सकेंगे। करियर के मामले में भी आपको सफलता मिलेगी और आप अपने प्रोजेक्ट्स को सफलता पूर्वक पूरा कर पाएंगे। आपकी सेहत भी स्थिर रहने वाली है और आप अपनी सेहत का ध्यान रखेंगे। इसलिए आने वाला समय कुंभ राशि वालों के लिए सफलता और खुशी लेकर आएगा। आइए विस्तार से जानते हैं कि कुंभ राशि के सितारें उनके करियर, आर्थिक स्थिति, लव लाइफ, वैवाहिक जीवन और सेहत को लेकर और क्या कहते हैं-
करियर – कुंभ राशि के लोगों के लिए आने वाला समय करियर के मामले में सकारात्मक होगा। कुंभ राशि वालों के लिए भविष्य में व्यवसायिक उन्नति के योग हैं। आपको करियर में नए मौके मिल सकते हैं। इसलिए कुछ नए और रोमांचकर परियोजनाओं के लिए तैयार रहें। कार्यक्षेत्र पर आप नए संबंध बनाने में भी सक्षम होंगे जो आपके करियर को आगे बढ़ाने और सफलता दिलाने में मदद कर सकते हैं।
आर्थिक स्थिति – आने वाले समय में आपकी वित्तीय स्थिति में सुधार हो सकता है। आपको धन कमाने के नए स्रोत मिल सकते हैं जो आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं। आपको वित्तीय स्थिति को संभालने के लिए थोड़ी समझदारी से काम लेने और नए अवसरों का लाभ उठाने की आवश्यकता होगी। आप अपने मेहनत और प्रयास से आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने में सक्षम होंगे।

लव लाइफ – कुंभ राशि के जातकों के लिए प्रेम जीवन अधिक उत्तेजित रह सकता है। आप अपने साथी के साथ अधिक संवाद करने में सक्षम होंगे और आपके बीच में गहराई से रिश्ता बनेगा। हालांकि, आपको अपने लव लाइफ पर ध्यान देने की आवश्यकता होगी क्योंकि कुछ विवाद या असंतोष की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ध्यान रखें कि हर रिश्तें में झगड़ा होता ही है, लेकिन बीतचीत और शांत मन से विवाद को सुलझाया जा सकता है और प्रेमजीवन को खुशनुमा और सुखमय बनाया जा सकता है।
वैवाहिक जीवन –  कुंभ राशि के लोगों का वैवाहिक जीवन बहुत समझदार और विचारशील होता है। वे बहुत उदार होते हैं और अपने साथी की जरूरतों को समझते हैं। ज्योतिष के अनुसार आने वाला समय कुंभ राशि के लोगों के लिए विवाह और संबंधों की दृष्टि से अच्छा रहेगा। हालांकि आपको नई ज़िम्मेदारियों को उठाने की आवश्यकता हो सकती है। अपने साथी के साथ अच्छे संबंधों को बनाए रखने के लिए समय निकालें और उनकी जरूरतों का ख्याल रखें, भविष्य में वैवाहिक जीवन में सब अच्छा होगा।
सेहत – आने वाले समय में कुंभ राशि वालों का स्वास्थ्य ठीक रहेगा, हालांकि आपको अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा, क्योंकि स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं सूचित करके नहीं आती है। इसलिए अपने स्वास्थ्य को संभालने के लिए समय निकालने की जरूरत होगी। आपको योग और ध्यान के ज़रिए अपने शरीर को स्वस्थ रखने का प्रयास करना होगा और अपने खान पान पर भी ध्यान देने की आवश्यकता होगी। ताकि आप हमेशा चुस्त, दुरुस्त और तंदरुस्त रहें और आपको कभी भी किसी भी बड़ी स्वास्थ्य समस्या का सामना न करना पड़े।

कुंभ राशि का भाग्योदय, कुंभ राशि का भाग्योदय कब होगा, Kumbh Rashi Ka Bhagyoday

कुंभ राशि का भाग्य थोड़ी देरी से खुलता है। इनके भाग्योदय की शुरुआत 25 वर्ष की आयु में होती है, इसके बाद 28 वर्ष से लेकर 42 वर्ष की आयु में भाग्योदय की ज्यादा संभावना होती है। यह समय आपकी मेहनत और उन्नति के लिए ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। इस समय आपको भावुक होने से बचना चाहिए और समस्याओं को हल करने का प्रयास करना चाहिए। लेकिन अंततः यह व्यक्ति के कार्यों और उनके भाग्य को आकार देने के निर्णयों पर निर्भर करता है। इसलिए आपको अपने समय का उचित उपयोग करना आना चाहिए। यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए अनुशासन और सख़्त मेहनत से काम करना बेहद जरूरी होता है।

कुंभ राशि का आने वाला समय कैसा होगा, Kumbh Rashi Ka Aane Wala Samay Kaisa Hoga

कुंभ राशि के जातकों को आने वाला समय में धन, करियर, कारोबार, परिवार और सेहत के मोर्चों पर कुछ मिले-जुले परिणाम दिखने को मिल सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के अनुसार कुंभ राशि के जातकों के लिए आने वाला समय बहुत महत्वपूर्ण रहने वाला है। आपकी प्रतिबद्धता और तुलनात्मकता आपके करियर या व्यवसाय में विस्तार के लिए बहुत उपयोगी होगी। इसलिए, आने वाले समय में कुंभ राशि के जातक अपने समय और ऊर्जा का उचित प्रबंधन करेंगे तो उन्हें आर्थिक, स्वास्थ्य और प्रेम जीवन में सफलता हासिल हो सकती है। इसलिए, भविष्य को अपने अनुकूल बनाने के लिए अपने काम में दृढ़ता और संयम बनाए रखें।

कुंभ राशि का भाग्य क्या है? Kumbh Rashi Ka Bhagya Kya Hai?

कुंभ राशि वालों के भाग्य में समृद्धि और खुशहाली का संकेत है। वे अपनी मेहनत और निष्ठा से अपने लक्ष्यों तक पहुंचने में सफल हो सकते हैं। उन्हें अपनी सीमाओं से बाहर निकलने और नई दिशाओं की तलाश करने का सौभाग्य मिलता है। कुंभ राशि के व्यक्ति को सुविधाजनक जीवन साथी मिलता है जो उन्हें पूर्णतः समझता है और उनके सपनों को पूरा करने में सहयोग करता है। उनका भाग्य उन्हें सफलता के द्वार पर पहुंचवाता है, जिससे उन्हें उनकी योग्यताओं के आधार पर अधिक आय प्राप्त होती है। लेकिन, बार-बार नई चुनौतियों का सामना करना भी कुंभ राशि वालों के भाग्य का अहम हिस्सा होता है। इसलिए, वे हमेशा छोटी मोटी परेशानियों से जुझते रहते हैं लेकिन खुद को बेहतर बनाने में सफल होते हैं।

कुंभ राशि वालों की किस्मत में क्या है? Kumbh Rashi Walon Ki Kismat Mein Kya Hai?

कुंभ राशि वालों की किस्मत में बहुत सारी चीजें होती हैं। इन लोगों की मनोदशा अधिक उत्तेजित रहती है जो उन्हें नए-नए कामों में सक्रिय बनाती है। ये लोग आमतौर पर विशेषज्ञों, वस्तुओं, विचारों और उनके संचार माध्यमों में रूचि रखते हैं। ये लोग आर्थिक उन्नति की तलाश करते रहते हैं और किसी भी दिक्कत से हार नहीं मानते, इसलिए इनकी किस्मत इनपर मेहरबान होती है और जीवन में सफलता दिलाती है, हालांकि इसके लिए आपके थोड़ा धैर्य से काम लेना आना चाहिए। प्रेम और वैवाहिक जीवन के मामले में इनका जिद्दीपना इनकी किस्मत पर हावी हो सकता है, इसलिए इनको अपने व्यक्तिगत जीवन और व्यवसायिक जीवन में संतुलन बनाना आना चाहिए। कुल मिलाकर, इनकी किस्मत में अच्छी बातें होती हैं और उन्हें अपने जीवन में उपलब्धियां मिलती है। इनकी किस्मत में आने वाले नए-नए अनुभव इनको तरक्की करने और जीवन में आगे बढ़ने का सौभाग्य देते हैं।

कुंभ राशि की किस्मत कब चमकेगी? Kumbh Rashi Ki Kismat Kab Chamakegi

कुंभ राशि की किस्मत कब चमकेगी, यह सवाल थोड़ा अजीब है, क्योंकि हर इंसान को अपनी किस्मत को चमकाने के लिए मेहनत करना होता है। कुंभ राशि के लोगों को भी अपनी किस्मत को चमकाने के लिए लगातार परिश्रम करने, ईमानदारी से काम करने और थोड़ा धैर्य रखने की आवश्यकता होगी। वो अपनी लगन और मेहनत से अपनी किस्मत को चमका सकेंगे, जिससे उनकी लोकप्रियता में इजाफा होगा, जीवन में पॉजिटिविटी आएगी, सौभाग्य का अनुभव होगा और सफलता की प्राप्ति होगी। इसके अलावा कुंभ राशि के जातकों की किस्मत को चमकाने में कुछ उपाय भी मददगार साबित हो सकते हैं। कुंभ राशि के स्‍वामी शनि देव हैं, इसलिए आपको शनि देव के साथ-साथ भगवान शंकर की आराधना करनी चाहिए और सुबह-शाम ॐ महामृत्युंजय नमः मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए, ऐसा करने से शनिदेव और भौलेनाथ की आप पर कृपा होगी और आपकी सभी मनोकामना पूर्ण होगी। दूसरे उपाय में
कुम्भ राशि के जातक अपने हाथ में नीलम रत्न अंगूठी धारण करें, ऐसा करने से उनकी किस्मत के सितारें बुलंद होंगे।

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कुंभ राशि के अच्छे दिन कब आएंगे, Kumbh Rashi Ke Acche Din Kab Aaenge, कुंभ राशि की किस्मत कब चमकेगी?, कुंभ राशि का अच्छा समय कब आएगा?, कुंभ राशि की परेशानी, कुंभ राशि वाले दुखी क्यों रहते हैं?, Kumbh Rashi Ki Kismat Kab Chamkegi?, Kumbh Rashi Ka Achchha Samay Kab Aaega?, Kumbh Rashi Ki Pareshani, Kumbh Rashi Vale Dukhi Kyon Rehte Hain?, कुंभ राशि का अच्छा वक्त कब आएगा, Kumbh Rashi Ka Achchha Vakt Kab Aaega

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कुंभ राशि के अच्छे दिन कब आएंगे?

कुंभ राशि के अच्छे दिन कब आएंगे, Kumbh Rashi Ke Acche Din Kab Aaenge
राशि चक्र की ग्यारहवीं राशि कुंभ है. कुंभ एक संस्कृत का शब्द है, जिसका अर्थ कलश अथवा घड़ा होता है, इसलिए इस राशि का प्रतीक चिह्न भी घड़ा है. वे लोग जिनके नाम का पहला अक्षर Goo, Ge, Go, Saa, See, Soo, Se, So, Da, गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, डा, द इत्यादि से शुरू होता है उनकी राशि कुम्भ होती है. ये सभी अक्षर कुम्भ राशि से संबध रखते है. इसका राशि स्वामी शनि है. यह पश्चिम दिशा की स्वामिनी है. क्योंकि आज हम बात कर रहे हैं कुंभ राशि की तो यहां जानिए कि कुंभ राशि के अच्छे दिन कब आएंगे, कुंभ राशि की परेशानी क्या है, कुंभ राशि वाले दुखी क्यों रहते हैं और परेशानी से छुटकारा पाने के लिए कुंभ राशि के जातक कौन से उपाय कर सकते हैं.

कुंभ राशि के अच्छे दिन लाने के लिए क्या करें?

इष्ट देव की पूजा से कुंभ राशि के अच्छे दिन आएंगे 
अरुण संहिता जिसे लाल किताब के नाम से भी जाना जाता है, के अनुसार व्यक्ति के पूर्व जन्म में किए गए कर्म के आधार पर इष्ट देवता का निर्धारण होता है और इसके लिए जन्म कुंडली देखी जाती है. कुंडली का पंचम भाव इष्ट का भाव माना जाता है. इस भाव में जो राशि होती है उसके ग्रह के देवता ही हमारे इष्ट देव कहलाते हैं. कुंभ राशि का स्वामी ग्रह शनि है और  इष्टदेव काली माता, भैरव या शनिदेव, हनुमान जी हैं. अपने अच्छे दिन लाने के लिए कुंभ राशि के जातकों को इष्ट देव की पूजा करनी चाहिए. इष्ट देव की पूजा करने से व्यक्ति की कुंडली में चाहे कितने भी ग्रह दोष क्यों न हों, अगर इष्ट देव प्रसन्न हैं तो यह सभी दोष व्यक्ति को अधिक परेशान नहीं करते. यहां जानिए कि कुंभ राशि के जातक किस तरह से करें काली माता, भैरव या शनिदेव, हनुमान जी की पूजा ताकि जल्द से जल्द आ सके आपके अच्छे दिन-

1. हनुमान जी की पूजा से कुंभ राशि के अच्छे दिन आएंगे
हनुमान जी की पूजा जितनी सरल है उतनी कठिन भी है, लेकिन अगर कुंभ राशि के जातक पूरे मन और श्रद्धा से मंगलवार के दिन विधि विधान से हनुमान जी की पूजा करें तो जल्द ही उनके जीवन में अच्छे दिन आ जाएंगे. हनुमान जी की पूजा करने के लिए कुंभ राशि के जातक मंगलवार के दिन सुबह उठकर स्नान आदि कर निवृत हो जाएं और लाल वस्त्र धारण करें. कोशिश करें कि आपने जो वस्त्र पहना है वह सिला हुआ ना हो. अब घर के ईशान कोण को साफ कर यहां पर एक चौकी स्थापित करें और उस पर लाल वस्त्र बिछाएं. फिर उस पर हनुमान जी की मूर्ति स्थापित करें और वहां पर हनुमान जी की मूर्ति के साथ भगवान श्री राम और माता सीता की भी प्रतिमा अवश्य रखें. इसके बाद घी का दीपक और धूप दीप जलाकर सुंदर कांड का पाठ करें और हनुमान जी के मंत्रों का जाप करें. फिर लाल फूल, लाल सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं. इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ कर हनुमान जी की आरती करें और भगवान को गुड़, केले और लड्डू का भोग लगाएं. पूजा संपन्न होने के बाद परिवार के सदस्यों को प्रसाद वितरित करें. वहीं यदि आपने मंगलवार का व्रत रखा है तो ध्यान रहे कि आपको इस दिन सिर्फ एक बार शाम के समय भोजन करना है. इस दौरान आप अपने भोजन में केवल मीठा भोजन सम्मिलित करें. दिन में आप दूध, केले और मीठे फलहार को शामिल करें.

2. काली माता की पूजा से कुंभ राशि के अच्छे दिन आएंगे
घर में मां काली की पूजा करना बेहद आसान है और अगर आप पूरे मन व श्रद्धा से मां काली की पूजा करते हैं तो आपकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और अच्छे दिन आते हैं. इसके लिए आप घर के मंदिर में मां काली की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें. मां काली की पूजा में पुष्प लाल रंग का और कपड़े काले रंग के होने चाहिए. माता काली के चरणों में और माथे पर रोली, चंदन और कुमकुम का तिलक लगाएं, उन्हें फूल अर्पित करें. इसके बाद धूपबत्ती बत्ती जलाकर माता काली और अन्य देवी देवता को भी दिखाएं. पूजा के दौरान तीन बार बोलें सभी देवी देवताओं की जय, सभी संतो की जय, सभी पितरों की जय. इसके बाद वहीं जमीन पर बैठकर माता काली की आरती या फिर माता काली की चालीसा का पाठ करें. पाठ पूरा होने के बाद माता काली के चरणों में प्रणाम करें. ध्यान रखें कि आपको एक आसन पर बैठकर हर शनिवार को मां काली के क्रीं क्रीं क्रीं स्वाहा मंत्र का 108 बार जप करना है. जप के बाद प्रसाद के रूप में मां काली को भोग अवश्य अर्पण करें. अपनी इच्छा पूरी होने तक माता काली की पूजा जारी रखें. यदि आप विशेष उपासना करना चाहते हैं तो सवा लाख, ढाई लाख, पांच लाख मंत्र का जप अपनी सुविधा अनुसार कर सकते हैं. उपर दी गई विधि अनुसार पूजा करने से कुंभ राशि के भक्तों के शीघ्र ही अच्छे दिन आते हैं.

3. काल भैरव की पूजा से कुंभ राशि के अच्छे दिन आएंगे
शनिवार के दिन ब्रह्ममुहूर्त में उठ कर नित्य-क्रिया आदि कर स्वच्छ हो जाएं. काले रंग का कपड़ा पहने. एक लकड़ी के पाट पर शिव और पार्वतीजी के साथ काल भैरव के चित्र और मूर्ति को स्थापित करें. जल का छिड़काव करने के बाद सभी को गुलाब के फूलों का हार पहनाएं या फूल चढ़ाएं. अब चौमुखी दीपक जलाएं और साथ ही धूप जलाएं. कंकू, हल्दी से सभी को तिलक लगाएं. इसके बाद अपने हाथ में गंगा जल लेकर व्रत या पूजा करने का संकल्प लें. अब शिव-पार्वती का पूजन करें और उनकी आरती उतारें. फिर भगवान भैरव का पूजन करें. भैरव जी को काले तिल, उड़द अर्पित करें. हलुआ, पूरी और मदिरा भैरव नाथ के प्रिय भोग हैं. इसके अलावा कुंभ राशि के जातक भैरव नाथ को इमरती, जलेबी और 5 तरह की मिठाइयां भी अर्पित कर सकते हैं. शिव चालीसा और भैरव चालीसा पढ़ें. ह्रीं उन्मत्त भैरवाय नमः मंत्र का जाप करें. इसके उपरान्त काल भैरव की आराधना करें. अंत में आरती करें. अब पितरों को याद करें और उनका श्राद्ध करें. पूजा सम्पूर्ण होने के बाद काले कुत्‍ते को मीठी रोटियां खिलाएं या कच्चा दूध पिलाएं. हो सके तो आज के दिन बिल्वपत्रों पर सफेद या लाल चंदन से ॐ नमः शिवाय लिखकर शिव लिंग पर चढ़ाएं. उपर दी गई विधि अनुसार पूजा करने से जल्द ही कुंभ राशि के अच्छे दिन आएंगे.

4. शनिदेव की पूजा से कुंभ राशि के अच्छे दिन आएंगे
शनिदेव की पूजा करने के लिए कुंभ राशि के जातक शनिवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर स्वच्छ काले रंग का वस्त्र धारण कर लें. घर के मंदिर में तेल का दीपक प्रज्वलित करें. प्रथम पूज्य गणेश जी के पूजन से पूजा प्रारंभ करें. भगवान शिव औऱ हनुमान जी को फल और फूल चढ़ाएं. अब शनि देव को नीले लाजवन्ती का फूल, तिल, तेल, गुड़ अर्पण करें. पूजा के अंत में 21 बार शनिदेव महाराज के मंत्रों ओम शनैश्चराय विदमहे सूर्यापुत्राय धीमहि.. तन्नो मंद: प्रचोदयात.. का जाप करें और अंत में कपूर से शनिदेव की आरती करें. शनि चालीसा का पाठ करें. पूरे दिन उपवास करें और शाम को पूजा दोहराकर पूजा का समापन करें. पूजा संपन्न होने के पश्चात अपने अपराधों एवं जाने अनजाने हुए पाप के लिए शनिदेव से क्षमा याचना करें. शनि महाराज की पूजा के पश्चात राहु और केतु की पूजा भी जरूर करें. अपने अच्छे दिन लाने के लिए कुभ राशि के जातक शनिदेव की पूजा के बाद पीपल में जल दें और पीपल में सूत्र बांधकर सात बार परिक्रमा करें.

5. शनिवार का व्रत करने से कुंभ राशि के अच्छे दिन आएंगे
यदि कुंभ राशि के जातक लगातार 7 शनिवार तक शनिवार का व्रत करें तो जल्द ही उनके अच्छे दिन आएंगे. शास्त्रों में मान्यता है कि शनिवार का व्रत करने से शनि ग्रह का दोष समाप्त होता है, भविष्य में आने वाले प्रकोप से भी बचाव होता है, साढ़ेसाती और ढैय्या से छुटकारा मिलता है, बिगड़ा काम पूरा होता है, नौकरी और व्यापार में सफलता मिलती ही है, समृद्धि, मान-सम्मान और धन-यश की प्राप्ति होती है. वैसे तो शनिवार का व्रत कभी भी शुरू किया जा सकता है, लेकिन श्रावण मास में शनिवार का व्रत प्रारंभ करने का विशेष महत्व माना गया है. इसलिए कुंभ राशि के जातक अपने अच्छे दिन लाने के लिए नीचे दी गई विधि से शनिवार का व्रत रखें व पूजा पाठ करें.
शनिवार के दिन प्रातः काल जल्दी उठकर स्नान कर शनि देव का स्मरण करें. इसके बाद पीपल के वृक्ष पर जल अर्पित करें. शनि देव की मूर्ति को पंचामृत से स्नान कराएं. इसके बाद मूर्ति को चावलों से बनाए चौबीस दल के कमल पर स्थापित करें. काले तिल, फूल, धूप, काला वस्त्र व तेल आदि से शनिदेव की पूजा करें. व्रत में पूजा के बाद शनि देव की कथा का श्रवण करें और दिनभर उनका स्मरण करते रहें. पूजन के दौरान शनि के इन 10 नामों का उच्चारण करें- कोणस्थ, कृष्ण, पिप्पला, सौरि, यम, पिंगलो, रोद्रोतको, बभ्रु, मंद, शनैश्चर.
पूजन के बाद कुंभ राशि के जातक पीपल के वृक्ष के तने पर सूत के धागे से सात परिक्रमा करें. इसके पश्चात निम्न मंत्र से शनि देव की प्रार्थना करें-
शनैश्चर नमस्तुभ्यं नमस्ते त्वथ राहवे.
केतवेअथ नमस्तुभ्यं सर्वशांतिप्रदो भव॥
अब अपनी क्षमतानुसार, ब्राह्मणों को भोजन कराएं तथा लौह वस्तु, धन आदि का दान करें. इस दिन व्यक्ति को एक ही बार भोजन करएं. इसके अलावा कुंभ राशि के लोग इस दिन चीटियों को आटा डालें, ऐसा करना आपके लिए फलदायी होगा.

कुंभ राशि की किस्मत कब चमकेगी?

कुंभ राशि की किस्मत कब चमकेगी?, Kumbh Rashi Ki Kismat Kab Chamkegi?
A. शनि दोष दूर करने से चमकेगी कुंभ राशि की किस्मत
1. अपनी किस्मत चमकाने व शनिदोष को दूर करने के लिए कुंभ राशि के जातक प्रत्येक शनिवार को 11 बार महाराज दशरथ द्वारा लिखा गया दशरथ स्तोत्र का पाठ करें. शनि महाराज ने स्वयं दशरथ जी को वरदान दिया था कि जो व्यक्ति आपके द्वारा लिखे गये स्तोत्र का पाठ करेगा उसे मेरी दशा या शनि दशा के दौरान कष्ट का सामना नहीं करना होगा.
2. शनि की बुरी नजर से बचने के लिए शनिवार के दिन सूर्यास्त के बाद हनुमान जी की पूजा करें, हनुमान चालीसा का पाठ करें और उन्हें सिंदूर अर्पित करें. काली तिल्ली के तेल से दीपक जलाएं.
3. मान्यता है कि प्रत्येक शनिवार के दिन पीपल के पेड़ में शनिदेव निवास करते हैं. इसदिन जल में चीनी एवं काला तिल मिलाकर पीपल की जड़ में अर्पित करके तीन बार परिक्रमा करने से शनि प्रसन्न होते हैं.
4. शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनि यंत्र की स्थापना करें. हर रोज इसके सामने सरसों के तेल का दीपक जलाकर शनि यंत्र की विधि-विधान से पूजा करें. माना जाता है कि ऐसा करने वालों पर शनि की कुदृष्टि नहीं होती तथा व्यक्ति का भाग्योदय होता है.
5. शनिवार के दिन उड़द दाल की खिचड़ी खाने से भी शनि दोष के कारण प्राप्त होने वाले कष्ट में कमी आती है.
6. शनिदेव (Shani Dev) की कृपा पाने व अपनी किस्मत को चमकाने के लिए कुंभ राशि के जातक हर शनिवार शाम को किसी शनि मंदिर (Shani Mandir) में ओम शं शनैश्चराय नम: मंत्र का जाप करें.
7. मंगलवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में तिल का दीया जलाने से भी शनि पीड़ा से मुक्ति मिलती है और भाग्योदय होता है.
8. घर में शनिवार के दिन शमी का वृक्ष लगाएं. नियमित रूप से शमी वृक्ष की पूजा करें. इससे न सिर्फ आपके घर का वास्तुदोष दूर होगा बल्कि शनिदेव की कृपा भी बनी रहेगी और किस्मत के सितारें भी बुलंद होंगे.
9. शनिदेव से जुड़े दोष दूर करने या फिर उनकी कृपा पाने के लिए शिव की उपासना एक सिद्ध उपाय है. नियमपूर्वक शिव सहस्त्रनाम या शिव के पंचाक्षरी मंत्र का पाठ करने से शनि के प्रकोप का भय नहीं रहता है और सभी बाधाएं दूर होती हैं. इस उपाय से शनि द्वारा मिलने वाला नकारात्मक परिणाम समाप्त हो जाता है तथा व्यक्ति की किस्मत चमक उठती है.

पीपल के पेड़ के इस उपाय से चमकेगी कुंभ राशि की किस्मत
1. शनिवार के दिन पीपल के पत्ते पर चमेली का तेल लगाकर मंदिर में शिवलिंग को अर्पित करें. इसके बाद 108 बार ओम नमः शिवाय और 108 बार शनि मंत्र ओम शं ह्रीं शं शनैश्चराय नमः का जाप करें. इससे आपकी परेशानी भी दूर होगी और किस्मत के सितारें भी चमक उठेंगे.
2. अपनी किस्मत चमकाने के लिए कुंभ राशि के जातक एक पीपल का वृक्ष लगवाएं. उसमें जल डालें और उसकी रक्षा करें. हर शनिवार को पीपल के पास शनि मन्त्र ओम नमः शिवाय का जाप करें, अवश्य ही लाभ मिलेगा.
3. संतान सुख की प्राप्ति के लिए शनिवार के दिन एक पत्थर लेकर उसे काले रंग से रंगें और उसे पीपल की जड़ में रख आएं. इसके बाद वहां सरसों के तेल का दीपक जलाएं और शनि मंत्र का 108 बार जाप करें.
4. शनिवार को पीपल का एक पत्ता उठा लाएं. उस पर सुगंध लगाएं. पत्ते को अपने पर्स में रख लें. हर महीने पत्ते को बदल लें, इस उपाय से भी कुंभ राशि के जातकों की किस्मत में काफी सकारात्मक बदलाव होता है.
5. पीपल के वृक्ष के नीचे हर शनिवार को सरसों के तेल का दीपक जलाएं. इसके बाद ॐ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप करते हुए वृक्ष की नौ बार परिक्रमा करें.

ज्योर्तिलिंग पर पूजा करने से चमकेगी कुंभ राशि की किस्मत
कुंभ राशि के जातकों को अपनी किस्मत चमकाने के लिए ज्योतिर्लिंग पर पूजा करनी चाहिए. भगवान शंकर के पृथ्वी पर 12 ज्योर्तिलिंग हैं जिनका संबंध 12 राशियों से है. उत्तराखंड स्थित केदारनाथ ज्योतिर्लिंग का संबंध कुंभ राशि से है. इस आधार पर कुंभ राशि के व्यक्ति को अपनी किस्मत को चमकाने के लिए केदारनाथ ज्योतिर्लिंग पर पूजा करनी चाहिए. केदारनाथ शिवलिंग को पंचामृत से स्नान कराएं. इसके बाद कमल का फूल और धतूरा चढ़ाएं. केदारनाथ ज्योतिर्लिंग हिमालय की बर्फ से ढके क्षेत्र में स्थित है. श्री केदारेश्वर केदार नामक एक पहाड़ पर और पहाड़ों के पूर्वी ओर नदी मंदाकिनी के स्त्रोत पर, हिमालय पर स्थित है, अलकनंदा बद्रीनारायण के तट पर स्थित है. यह जगह लगभग 253 किलोमीटर दूर हरिद्वार से और 229 किलोमीटर उत्तर ऋषिकेश की है. केदार भगवान शिव, रक्षक और विनाशक का दूसरा नाम है. केदारनाथ देश का हिमालय में सबसे महत्वपूर्ण मंदिर है. ऐसा माना जाता है कि केदारनाथ मंदिर का निर्माण पाण्‍डवों ने करवाया था. यहां के मंदिर में अंदर की दीवारों पर विस्तृत नक्काशियां देखने को मिलेगी. शिवलिंग एक पिरामिड के रूप में है.

कुंभ राशि की परेशानी क्या क्या हैं? 

कुंभ राशि की परेशानी, Kumbh Rashi Ki Pareshani
1. कुंभ राशि के जातकों की बड़ी परेशानी यह है कि इस राशि के लोग अपने जीवनसाथी से नियम पालन की आशा रखते हैं. परंतु स्वयं नियमों के विरुद्ध जाते हैं और ऐसा करने में उन्हें कोई बुराई नजर नहीं आती है.
2. कुंभ राशि के जातक थोड़े शर्मीले स्वभाव के होते हैं, इसलिए इनमें संवाद करने की प्रबल इच्छा नहीं पायी जाती है.
3. कुंभ राशि के जातकों की परेशानी यह है कि यदि इनकी नज़रों में कोई बात सही है तो ये उस गलत बात को भी सही ठहराने में लग जाते हैं और लोगों से झगड़ बैठते हैं.
4. कुंभ राशि के जातकों को अपने काम में दखलअंदाज़ी बर्दाश्त नहीं होती है.
5. शीघ्र ग़ुस्सा हो जाना कुंभ राशि के जातकों की बेहद बुरी आदत है.
6. कुंभ राशि के जातक सपनों की दुनिया में ज़्यादा खोये रहते हैं इस वजह से वे अपने वर्तमान की ज्यादा फिक्र नहीं करते.
7. पैसे की कमी के बावजूद ये लोग ख़र्च करने से पीछे नहीं हटते हैं और उधारी में डूबे रहते हैं.

कुंभ राशि वाले दुखी क्यों रहते हैं?

कुंभ राशि वाले दुखी क्यों रहते हैं?, Kumbh Rashi Vale Dukhi Kyon Rehte Hain? 
कुंभ राशि के जातकों के जीवन में अचानक धन हानि के योग होते हैं. जीवन में आने वाले आर्थिक संकट के चलते इस राशि के लोग दुखी रहते हैं. कुभ राशि के जातकों में कर्ज यानी कि उधार लेने की आदत होती है. इस राशि के लोग हमेशा उधार में रहने की चिंता के कारण दुखी रहते हैं. यदि कुंभ राशि के जातकों की नज़रों में कोई बात सही है तो ये उस गलत बात को भी सही ठहराने में लग जाते हैं और लोगों से झगड़ बैठते हैं, कई बार इन्हें इस बात का बुरा खामियाजा भुगतना पड़ता है. कुंभ राशि के जातक सपनों की दुनिया में खोये रहते हैं और जब इनके सपने पूरे नहीं होते तो ये उस बात को लेकर काफी दुखी हो जाते हैं.

दुखों से छुटकारा पाने के उपाय

दुखों से छुटकारा पाने के उपाय, Dukho Se Chutkara Paane Ke Upay
1. दुखों से छुटकारा पाने के लिए कुंभ राशि के जातक शनिवार के दिन किसी शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर 11 फूल और 11 बेलपत्र से बनी माला चढ़ाएं.
2. शनिवार के दिन रोज रात में एक कटोरे में सरसों का तेल भरकर अपने पलंग के नीचे रखें. सुबह उस तेल में पकौड़े बनाकर कुत्तों को खिलाएं.
3. शनिवार के दिन काली गाय के माथे पर कुमकुम से तिलक लगाएं. इसके बाद उसे बूंदी का लड्डू खिलाएं. फिर उसके दाहिने सींग को अपने हाथ से छूकर आशीर्वाद लें. ऐसा करने से आपके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे.
4. शनिवार के दिन एक कटोरे में सरसों का तेल निकालें और उस तेल में अपना चेहरा देखें. फिर वो तेल किसी को दान कर दें. ऐसा करने से आपको जीवन के तमाम दुखों से छुटकारा मिलेगा.
5. दुखों से छुटकारा पाने के लिए कुंभ राशि के जातक बछड़े की सेवा करें.
9. शनिदेव की कृपा पाने व दुखों से छुटकारा पाने के लिए कुंभ राशि के जातक अपने माता-पिता का सम्मान और उनकी सेवा करें. यदि आप अपने माता-पिता से दूर रहते हैं तो उन्हें फोन से या फिर मन ही मन प्रतिदिन प्रणाम करें.

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