केरल की राजधानी क्या है और कहां है?, Kerala Ki Rajdhani Kya hai Aur Kaha Hai, Kerala Ki Capital, केरल कैपिटल

केरल राज्य

केरल राज्य भारत के दक्षिण-पश्चिम तट पर स्थित एक खूबसूरत राज्य है, जिसे अपनी अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता, बैकवाटर्स और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। “भगवान का अपना देश” “God’s Own Country” कहे जाने वाला यह राज्य हरे भरे चाय बागानों, लुभावने समुद्र तटों और शांत जलमार्गों से भरा हुआ है, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। केरल की संस्कृति में लोक कला, नृत्य और संगीत का गहरा महत्व है, जहाँ कथकली और मोहिनीअट्टम जैसे पारंपरिक नृत्य रूप विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं। यहाँ का आयुर्वेदिक उपचार प्रणाली भी विश्वभर में लोकप्रिय है। केरल के त्योहार, जैसे कि ओणम और विशु, यहाँ की जीवंतता और परंपराओं को दर्शाते हैं, जिससे यह राज्य एक अद्वितीय पर्यटन स्थल बन जाता है।

ब्रिटैन से स्वतंत्रता प्राप्ति से पूर्व केरल में राजाओं की रियासतें थीं। जुलाई 1949 में तिरुवितांकूर और कोच्चिन रियासतों को जोड़कर ‘तिरुकोच्चि’ राज्य का गठन किया गया। उस समय मलाबार प्रदेश मद्रास राज्य (वर्तमान तमिलनाडु) का एक जिला मात्र था। नवंबर 1956 में तिरुकोच्चि के साथ मलाबार को भी जोड़ा गया और इस तरह वर्तमान केरल की स्थापना हुई। इस प्रकार ‘ऐक्य केरलम’ के गठन के द्वारा इस भूभाग की जनता की दीर्घकालीन मांग पूर्ण हुई।

केरल की राजधानी क्या है और कहां है?

केरल राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) है, जो राज्य के दक्षिणी भाग में स्थित है। 1956 में केरल राज्य के बनने के बाद से ही यह केरल की राजधानी है।यह शहर भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे पुराने नगरों में से एक है और इसे अपने ऐतिहासिक महलों, मंदिरों और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। तिरुवनंतपुरम का प्रमुख आकर्षण श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर है, जो अपनी भव्यता और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। शहर का मौसम गर्म और आर्द्र रहता है, जो इसे सहारा देने वाले समुद्र के निकटता के कारण है। तिरुवनंतपुरम न केवल केरल की प्रशासनिक राजधानी है, बल्कि यह शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और पर्यटन का भी एक महत्वपूर्ण केंद्र है।

तिरुवनंतपुरम (तिरु-अनंतपुरम ) या त्रिवेंद्रम भारत के केरल राज्य का सबसे बड़ा नगर भी है। यह तिरुवनंतपुरम जिले का मुख्यालय भी है। केरल की राजनीति के अलावा शैक्षणिक व्यवस्था का केंद्र भी यही है। कई शैक्षणिक संस्थानों में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र, राजीव गाँधी जैव प्रौद्योगिकी केंद्र कुछ प्रसिद्ध नामों में से हैं। भारत की मुख्य भूमि के सुदूर दक्षिणी पश्चिमी तट पर बसे इस नगर को महात्मा गाँधी ने “भारत का नित हरा नगर” की संज्ञा दी थी।

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