मेघालय की राजधानी क्या है और कहां है?, Meghalaya Ki Rajdhani Kya hai Aur Kaha Hai, Meghalaya Ki Capital, मेघालय कैपिटल

मेघालय राज्य

मेघालय पूर्वोत्तर भारत का एक राज्य है जिसका शाब्दिक अर्थ है बादलों का घर। भारत में ब्रिटिश राज के समय तत्कालीन ब्रिटिश शाही अधिकारियों द्वारा इसे “पूर्व का स्काटलैण्ड” संज्ञा दी गयी थी। मेघालय पहले असम राज्य का ही भाग था, 21 जनवरी 1972 को असम के खासी, गारो एवं जैन्तिया पर्वतीय जिलों को काटकर नया राज्य मेघालय अस्तित्व में लाया गया। यहाँ की आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है। इसके अलावा अन्य मुख्यतः बोली जाने वाली भाषाओं में खासी, गारो, प्नार, बियाट, हजोंग एवं बांग्ला आती हैं। इनके अलावा यहाँ हिंदी भी कुछ कुछ बोली समझी जाती है जिसके बोलने वाले मुख्यतः शिलांग में मिलते हैं।

मेघालय राज्य अपने अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य, हरे-भरे पहाड़ों और झरनों के लिए प्रसिद्ध है। मेघालय की राजधानी शिलांग है, मेघालय अपनी सुखद जलवायु और सुरम्य वातावरण के लिए जानी जाती है। यहाँ की लोक संस्कृति, संगीत और नृत्य भी बहुत समृद्ध हैं, जिसमें विभिन्न जनजातियों की परंपराएँ शामिल हैं। मेघालय में स्थित चेरापूंजी और मावलिननॉंग जैसे स्थान विश्व के सबसे अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में आते हैं। राज्य के पर्यटन स्थलों में प्राकृतिक गुफाएँ, झरने और जैव विविधता से भरपूर वन्यजीव अभ्यारण्य शामिल हैं, जो इसे पर्यटकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाते हैं।

मेघालय की राजधानी क्या है और कहां है?

मेघालय राज्य की राजधानी शिलांग है, जो की मेघालय राज्य के पूर्वी भाग में स्थित है। शिलांग समुद्र तल से लगभग 1,525 मीटर की ऊँचाई पर बसा हुआ है, जिससे यहाँ का मौसम ठंडा और सुहावना रहता है। शिलांग को “स्कॉस्ट बेल” के नाम से भी जाना जाता है, जो यहाँ की खूबसूरत पहाड़ियों और हरे-भरे वातावरण को दर्शाता है। यह शहर अपने सुरम्य दृश्यों, झरनों और बागों के लिए प्रसिद्ध है, जिससे यह पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बनता है।

शिलांग शहर की सांस्कृतिक धरोहर भी इसकी पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ विभिन्न जनजातियों की परंपराएँ और त्योहार मनाए जाते हैं, जो स्थानीय संस्कृति को जीवित रखते हैं। शिलांग में कई दर्शनीय स्थल हैं, जैसे कि लिविंग रूट ब्रिज, शिलांग पीक और वार्ड्स लेक। इसके अलावा, यहाँ की स्थानीय बाजारें भी पर्यटकों को आकर्षित करती हैं, जहाँ पर हस्तशिल्प, पारंपरिक वस्त्र और स्थानीय खाद्य पदार्थों की खरीदारी की जा सकती है। शिलांग का प्राकृतिक सौंदर्य और समृद्ध संस्कृति इसे एक अनूठा अनुभव प्रदान करते हैं।

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