तुला राशि वालों को धन कब मिलेगा?, तुला राशि वालों को कौन सा धंधा करना चाहिए?, तुला राशि वालों को कौन सा व्यापार करना चाहिए, तुला राशि वालों को नौकरी कब मिलेगी, तुला राशि के लिए व्यापार, तुला राशि धन प्राप्ति के उपाय, Tula Rashi Valon Ko Dhan Kab Milega?, Tula Rashi Vaalon Ko Kaun Sa Dhandha Karna Chahiye?, Tula Rashi Valon Ko Kaun Sa Vyaapar Karna Chahiye, Tula Rashi Valon Ko Naukri Kab Milegi, Tula Rashi Ke Lie Vyaapar, Tula Rashi Dhan Praapti Ke Upaay

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तुला राशि – परिचय

तुला राशि पर शुक्र का शासन है, जो प्रेम, सौंदर्य और आनंद का ग्रह है. तुला राशि का राशि चिन्ह अक्सर संतुलन और सामंजस्य के विचार से जुड़ा होता है. इस चिन्ह के तहत पैदा हुए लोग अपने सामाजिक कौशल, कूटनीति और स्थिति के दोनों पक्षों को देखने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं. हालांकि कई बार इन्हें धन और करियर से संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसलिए आज के इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि तुला राशि को कब और कैसे धन और नौकरी मिलेगी, उनके लिए कौन सा व्यापार करना उचित होगा इसके अलावा हम यह भी बताएंगे कि अगर काफी मेहनत के बाद भी उन्हें धनलाभ नहीं हो रहा है तो वे कौन से उपाय हैं, जिन्हें करने से वे धन की प्राप्ति कर सकते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में-

तुला राशि वालों को धन कब मिलेगा?

तुला राशि वालों को धन कब मिलेगा, यह सवाल हर किसी के मन में होता है. असल में धन की प्राप्ति मुश्किल होती है लेकिन मेहनत, परिश्रम, विवेकपूर्वक धन के प्रबंधन और अपने खर्चों को नियंत्रित करके आप धन कमा सकते हैं. इसके अलावा निवेश करना भी धन प्राप्ति का अच्छा तरीका हो सकता है. अगर काफी मेहनत करने के बाद भी तुला राशि के जातकों को लाभ नहीं हो रही है और धन प्राप्ति में बाधा आ रही है तो वो मां लक्ष्‍मी की पूजा करें और धन लाभ की कामना हेतु ॐ महा लक्ष्म्यै नमः मंत्र का जाप करें. इसके अलावा धन की प्राप्ति व आर्थिक स्थिति में मजबूती लाने के लिए तुला राशि के जातक सुक्रवार के दिन सुबह स्नान के बाद ओपल रत्न अंगूठी धारण करें, ऐसा करने से भी आपको लाभ मिलेगा.

तुला राशि वालों को कौन सा धंधा करना चाहिए?

वैसे तो तुला राशि के लोगो के लिए नौकरी और व्यवसाय दोनों ही क्षेत्रों में धन लाभ के समान अवसर मिलते हैं, लेकिन ज्योतिष के अनुसार तुला राशि वालों को काम करने में अपने समय, पैसे और मेहनत के साथ सात्विकता लाने वाले धंधे करने चाहिए. आपके लिए सभी बढ़िया होते हुए भी, सीमित और गणना में होने वाले धंधे ज्यादा लाभप्रद हो सकते हैं. आप व्यापार में निवेश, शुभ समय पर शुभ कार्य करने वाले अफेयर्स, आर्थिक सलाह और भरोसेमंद साथियों के माध्यम से अच्छा धन प्राप्त कर सकते हैं. इसके साथ ही फ़ैशन और वित्त से संबंधित कामधंधा भी शुभ रहेगा. संचार के क्षेत्र में भी तुला राशि के जातक अच्छे लाभ प्राप्त कर सकते हैं. लेकिन इन सब के अलावा भी यदि दूसरी विकल्पों को भी ध्यान में रखें तो और बेहतर होगा. व्यापार में सफलता पाने के लिए सही निर्णय लेना अति आवश्यक होता है. वे धैर्य और परिश्रम के साथ अपने व्यवसाय से अच्छा मुनाफा प्राप्त हो सकता है.

तुला राशि वालों को कौन सा व्यापार करना चाहिए, तुला राशि के लिए व्यापार

तुला राशि के लिए व्यापार करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है लेकिन अगर सही तरीके से योजना बनाई जाए तो यह बहुत लाभदायक हो सकता है. तुला राशि के लोग दृढ़ संकल्प और सटीकता के साथ व्यवसाय करते हैं. जब तक वे अपने मार्केट के खाते को अच्छी तरह समझ नहीं लेते तब तक वे किसी भी धंधे में पैसा नहीं लगाते हैं. तुला राशि के जातकों के लिए वस्तुओं के व्यापार में निवेश करना सही रहता है. वे ज्यादातर ज्वेलरी, कपड़े, घड़ियों और अन्य आभूषणों के व्यापार में सफलता पा सकते हैं. वे भीतरी और विदेशी बाजारों से सामान लेकर बेच सकते हैं. इसके अलावा वे घरेलू उत्पादों, सुरक्षा उपकरणों और मोबाइल एक्सेसरीज आदि के बिजनेस में भी उत्तम प्रदर्शन कर सकते हैं.

तुला राशि वालों को नौकरी कब मिलेगी

तुला राशि के जातकों के लिए गाइड, सलाह-मशविरा, सामाजिक कार्यकर्ता और वकालत जैसे क्षेत्रों में अपना करियर बनाना शुभ रहता है। नेतृत्व क्षमता होने के कारण ये लोग किसी संस्थान में बड़े पद पर रहते हैं इसके अलावा ये लोग अच्छे राजनेता भी हो सकते हैं। इसीलिए ऐसा माना जाता है कि नौकरी और करियर के लिहाज से तुला राशि को अच्छे परिणाम मिलते हैं. इसलिए यदि आप नौकरी ढूंढ रहे हैं तो अपनी मेहनत और अध्ययन जारी रखें, जल्द ही आपको सकारात्मक फल मिलेंगे. इसके अलावा जल्द से जल्द नौकरी पाने के लिए तुला राशि के जातक रोजाना भगवान शिव की पूजा करें, आदित्य स्तोत्रम का पाठ करें और सोमवार के दिन शिवलिंग पर जव जढ़ाएं. इन उपायों को करने से निश्चित रूप से आपको लाभ मिलेगा.

तुला राशि धन प्राप्ति के उपाय

तुला राशि वालों के लिए धन प्राप्ति के लिए कुछ सरल उपाय हैं. आप रोज सुबह मां लक्ष्मी के मंदिर जाकर पूजा कर सकते हैं. इससे आपकी तन, मन और धन समृद्धि होगी और आपको जल्दी से धन प्राप्ति हो सकती है. आप धन लाभ की कामना हेतु ‘ॐ महा लक्ष्म्यै नमः’ मंत्र का जाप भी कर सकते हैं. तुला राशि का स्‍वामी ग्रह शुक्र है। इसलिए धन प्रप्ति के लिए अपनी राशि के शुक्र को मजबूत करने के उपाय करें. शुक्र को मजबूत करने के लिए चीनी, चावल, दूध, दही और घी से बना भोजन खाएं व किसी कन्या को भोजन व वस्त्र दान करें ऐसा करने से कुंडली के शुक्र मजबूत होते हैं जो आपको धनवान बनाने में मदद करते हैं. इसके अलावा आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए तुला राशि के लोग सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करते समय उन्हें सफेद फूल अर्पित करें.

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तुला राशि – परिचय

सभी 12 राशियों की संख्या में सातवीं राशि तुला है. तुला राशि पर शुक्र ग्रह का शासन है. इस राशि के इष्टदेव शिव का दूसरा रूप कालभैरव या शनिदेव हैं. तुला राशि का चिन्ह तराजू यानी तुला है, जो संतुलन का प्रतिनिधित्व करता है. यह संकेत तुला राशि के लोगों के सोच और भावना के बीच के सही संतुलन को दर्शाता है. लेकिन कई बार तुला राशि के लोग अपने अलग स्वभाव के कारण परेशानी में पड़ जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र के जानकार कहते हैं कि अगर तुला राशि के जातकों के जीवन में कोई परेशानी है और काफी मेहनत के बावजूद जीवन में सफलता नहीं मिल रही है तो वे स्वयं अपनी राशि के अनुसार पूजा-पाठ व उपाय कर शीघ्र सफलता प्राप्त कर सकते हैं और हर प्रकार के संकट से मुक्त हो सकते है. आइए जानते हैं तुला राशि के जातकों को किसकी पूजा करनी चाहिए?, कौन सा व्रत करना चाहिए, किस मंत्र का जाप करना चाहिए, क्या दान करना चाहिए व कौन से उपाय करने चाहिए ताकि उन्हें मनचाहा फल प्राप्त हो सके-

तुला राशि वालों को किसकी पूजा करनी चाहिए?

तुला राशि वालों को किसकी पूजा करनी चाहिए?, Tula Raashi Walon Ko Kiski Pooja Karni Chahiye?
पूजा एक हिंदू धार्मिक प्रथा है. यह हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में से एक है. अलग-अलग उद्देश्यों और मनोकामना पूर्ति के लिए पूजा की जाती है. कुछ लोग व्यक्तिगत भलाई के लिए हैं, तो कुछ पूरे समुदाय की भलाई के लिए पूजा करते हैं. लेकिन पूजा का फल तभी पूर्ण रूप से मिलता है जब लोग अपनी राशि के हिसाब से पूजा करें. तुला राशि के इष्टदेव शिव का दूसरा रूप कालभैरव या शनिदेव हैं. इसलिए तुला राशि के लोगों को कालभैरव या शनिदेव की पूजा करनी चाहिए. मान्यता है कि तुला राशि के जो जातक कालभैरव या शनिदेव की पूरे विधिविधान से पूजा करते हैं उन्हें जल्द ही इसका फल मिलता है.

1. शनिदेव की पूजा विधि – तुला राशि के जातक शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा व व्रत करें, इससे उन्हें विशेषफल की प्राप्ति होगी. शनिदेव की पूजा के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें और साफ काले रंग के वस्त्र पहन लें. अब घर के मंदिर में तेल का दीपक जलाएं. गणेश जी की अराधना से पूजा की शुरुआत करें. अब शनि देव को नीले लाजवन्ती का फूल, तिल, तेल, गुड़ अर्पण करें. अब भगवान शिव औऱ हनुमान जी को भी फल और फूल चढ़ाएं. शनि चालीसा का पाठ करें. पूजा के अंत में 21 बार शनिदेव महाराज के मंत्र ओम शनैश्चराय विदमहे सूर्यापुत्राय धीमहि।। तन्नो मंद: प्रचोदयात।। का जाप करें. पूजा के अंत में कपूर से शनिदेव की आरती करें. शनिदेव की पूजा के पश्चात उनसे अपने अपराधों एवं जाने अनजाने हुए पाप कर्म के लिए क्षमा याचना करें. अब भक्तों में प्रसाद का वितरण कर खुद प्रसाद ग्रहण करें.

2. कालभैरव पूजा विधि – तुला राशि के जातक कालभैरव की पूजा के लिए सुबह ब्रह्ममुहूर्त में उठ कर नित्य-क्रिया आदि कर स्वच्छ हो जाएं और साफ वस्त्रों को पहन लें. एक लकड़ी के पाट पर सबसे पहले शिव और पार्वतीजी के चित्र या मूर्ति को स्थापित करें. फिर काल भैरव के चित्र या मूर्ति को स्थापित करें. उनपर जल का छिड़काव कर स्नान कराएं. अब सभी को गुलाब के फूलों का हार पहनाएं या फूल चढ़ाएं. अब सरसों के तेल का चौमुखी दीपक जलाएं और धूप जलाएं. अब सभी को हल्दी का तिलक लगाएं. अब शिव और पार्वतीजी का पूजन कर आरती उतारें. फिर भगवान भैरव का पूजन करें, उन्हें काले तिल, उड़द अर्पित करें और उनकी आरती उतारें. इस दौरान शिव चालीसा और भैरव चालीसा का पाठ करें. ह्रीं उन्मत्त भैरवाय नमः मंत्र का जाप करें. अब पितरों को याद कर और उनका श्राद्ध करें. व्रत के सम्पूर्ण होने के बाद काले कुत्‍ते को मीठी रोटियां खिलाएं या कच्चा दूध पिलाएं. इस विधि से पूजन करने पर तुला राशि के जातकों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है.

तुला राशि वालों को कौन सा व्रत करना चाहिए?

तुला राशि वालों को कौन सा व्रत करना चाहिए, Tula Rashi Vaalon Ko Kaun Sa Vrat Karna Chahiye,
तुला राशि पर शुक्र ग्रह का शासन है इसलिए तुला राशि के जातकों को शुक्रवार का व्रत करना चाहिए. यह व्रत उन्हें मां संतोषी के लिए रखना है. शुक्रवार का व्रत करने से भौतिक सुख और सुखी दांपत्य जीवन का सुख मिलता है. माता संतोषी के व्रत से पुत्र की आयु वृद्धि और अविवाहित कन्‍याओं को सुयोग्‍य वर की प्राप्ति होती है. यह व्रत को करने वालों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. यहां जानिए शुक्रवार व्रत की संपूर्ण विधि-
कब से शुरू करें शुक्रवार व्रत – शुक्रवार का व्रत या माता संतोषी का व्रत शुक्ल पक्ष के प्रथम शुक्रवार से शुरू किया जाना चाहिए. ध्यान रहे कि पितृ पक्ष में किसी भी व्रत की शुरुआत नहीं करनी चाहिए. यदि आप पहले से व्रत कर रहें हैं तभी पितृ पक्ष में व्रत रखें.
संतोषी माता के कितने व्रत करना चाहिए – माता संतोषी के 16 शुक्रवार का व्रत करना चाहिए.
संतोषी माता के व्रत की विधि- माता संतोषी का व्रत करने के लिए शुक्रवार के दिन सूर्योदय से पूर्व उठे नित्यआदि कर्मों से निवृत्त होकर स्नान कर लें और स्वच्छ वस्त्र पहन लें. पूरे घर में गंगा जल छिड़क कर शुद्ध करें. अब घर के ईशान कोण दिशा में माता संतोषी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें. माता संतोषी के सामने कलश रखें. कलश के ऊपर कटोरी में गुड़ व चना रखें. मां के सामने घी का दीपक जलाएं. मां को रोली, अक्षत, फूल, नारियल, लाल वस्त्र या चुनरी अर्पित करें. गुड़ व चने का भोग लगाएँ. संतोषी माता की जय बोलकर माता की कथा प्रारंभ करें. कथा पूरी होने पर आरती करें और सभी को गुड़-चने का प्रसाद बाँटें. अंत में कलश में भरे जल को घर में जगह-जगह छिड़क दें तथा शेष जल को तुलसी के पौधे में डाल दें. इसी प्रकार 16 शुक्रवार का नियमित उपवास रखें. ध्यान रखें कि व्रत अपने घर में ही करें. यदि किसी कारणवश व्रत टूट जाता है या भक्त उस शुक्रवार की यात्रा पर होता है तो उस शुक्रवार को नहीं गिना जाना चाहिए बल्कि अगले शुक्रवार को व्रत करना चाहिए.

शुक्रवार व्रत में क्या खाएं क्या नहीं – शुक्रवार का व्रत करने वालों को खट्टी चीज जैसे अचार या खट्टा फल नहीं खाना चाहिए. व्रत करने वाले के परिवार के लोग भी उस दिन कोई खट्टी चीज नहीं खाएं. इस दिन व्रती गुड़ और चने का प्रसाद स्वयं भी खाए. इसके अलावा वे मीठे भोजन का सेवन करें, वे फल में सेब, चेरी, अनार खा सकती हैं. संतोषी माता के व्रत में नमक का सेवन नहीं करना चाहिए.
शुक्रवार व्रत की उद्यापन विधि- निर्धारित संख्या में शुक्रवार का व्रत करने के बाद ‘व्रत उद्यापन’ करना जरूरी है. व्रत पूरा होने के अंतिम शुक्रवार को व्रत का विसर्जन करें. विसर्जन के दिन उपरोक्त विधि से संतोषी माता की पूजा कर 8 कन्याओं को खीर-पुरी का भोजन कराएँ तथा दक्षिणा व केले का प्रसाद देकर उन्हें विदा करें. यदि किसी कारणवश कन्याएं न आ सके तो 11 विवाहित महिलाओं को अपने स्थान पर आमंत्रित कर उन्हें प्रसाद, भोजन, उपहार और लक्ष्मी व्रत की किताबें भेंट करें. अंत में स्वयं भोजन ग्रहण करें.

तुला राशि के लिए मंत्र, Tula Rashi Ke Liye Mantra,

1. ॐ शुं शुक्राय नम: – सुख-शांति के लिए
2. ॐ शं शनैश्चराय नम: – बाधा दूर करने के लिए
3. ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं – लक्ष्मी प्राप्ति के लिए करें
कैसे करें मंत्र जाप, मंत्र जार की विधि – सुबह दैनिक क्रिया से निवृत्त होने और स्नानादि करने के पश्चात ही मंत्रो का जाप करना चाहिए. मंत्र जाप से पहले भगवान की पूजा करें. पूजा में हार-फूल, प्रसाद सहित अन्य सामग्री प्रतिमा को चढ़ाएं. अब जहां मंत्र जाप करना है उस स्थान को साफ कर लें और एक स्वच्छ आसन पर बैठकर 108 बार उपरोक्त मंत्रों का जाप करें. यदि मंत्र जाप के लिए माला उपलब्ध न हो तो उंगलियों पर मंत्रों की गिनती से मंत्र जाप किया जा सकता है. जाप के बाद आसन को इधर-उधर नहीं छोड़ना चाहिए और न ही पैर से हटाना चाहिए. आसन को एक जगह संभाल कर रख देना चाहिए.

तुला राशि के लिए कौन सा पत्थर पहनना चाहिए?

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तुला राशि का स्वामी शुक्र ग्रह है, इस राशि में जन्म लेने वाले जातकों को शुक्र से जुड़ा पत्थर/रत्न हीरा धारण करना चाहिए. शुक्र ग्रह के पत्थर/रत्न हीरा को सफेद पुखराज भी कहा जाता है, ये रत्न तुला राशि के लिए शुभ होता है. हीरा रत्न शुक्र ग्रह को बलवान बनाता है. हीरा बहुत महंगा रत्न है और धन-वैभव का प्रतीक माना जाता है. यदि तुला राशि वाले लोग हीरा पत्थर/रत्न धारण करते हैं, तो उन्हें जीवन में सुख-सुविधा, ऐश्‍वर्य, ख़ुशहाली सभी कुछ मिलता है. तुला राशि के अलावा वृष, मिथुन, कन्या, मकर और कुंभ लग्न के जातक भी हीरा पहन सकते है. लेकिन मेष, कर्क, वृश्चिक, सिंह और मीन लग्न वालों को हीरा नहीं पहनना चाहिए. तुला राशि के जातक हीरा रत्न को दायें हाथ की मध्यामा उंगली में शुक्रवार की सुबह स्नान करने के बाद धारण करें, शुभ फल मिलेगा.
हीरा पहनने से लाभ और नुकसान – तुला राशि के जातकों के लिए हीरा पत्थर/रत्न बहुत शुभ है. हीरा मालामाल भी कर सकता है और कंगाल भी. इसे पहनने से रूप, सौंदर्य, यश व प्रतिष्ठा प्राप्त होती है. यह तुला राशि की आकर्षण शक्ति बढ़ाता है और स्वास्थ्य समस्याओं को भी दूर करता है. तुला राशि के स्‍वामी शुक्र हैं जो कि दांपत्‍य जीवन को मजबूती प्रदान करते हैं. शुक्र को प्रसन्‍न करने तथा हर प्रकार की भौतिक सुविधाओं का जीवन में लाभ उठाने के लिए तुला राशि के जातकों को हीरा पहनना चाहिए. तुला राशि के जातकों को अपनी रचनात्मकता बढ़ाने, अपने भावनात्मक तनाव से बचने तथा नकारात्‍मकता को नियंत्रित करने के लिए भी डायमंड (हीरा) धारण करना चाहिए. लाल किताब के अनुसार तीसरे, पांचवें और आठवें स्थान पर शुक्र हो तो हीरा नहीं पहनना चाहिए. इसके अलावा टूटा-फूटा हीरा भी नुकसानदायक होता है. कुंडली में शुक्र, मंगल या गुरु की राशि में बैठा हो या इनमें से किसी एक से दृष्ट हो या इनकी राशियों से स्थान परिवर्तन हो तो हीरा मारकेश की भांति बर्ताव करता है और वह आत्महत्या या पाप की ओर अग्रसर करता है.
तुला राशि के जातक कौन सा पत्थर/रत्न धारण न करें- तुला राशि के जातक मूंगा न पहने, यह पत्थर/रत्न पहनने से आपको नुकसान हो सकता है.

तुला राशि के उपाय, Tula Rashi Ke Upaay

1. तुला राशि के जातक मनोकामना पूर्ति के लिए शुक्ल पक्ष में किसी भी दिन बरगद के पत्ते को धोकर साफ करके उस पर कुमकुम से स्वस्तिक बनाकर उस पर थोड़े से चावल और एक सुपारी रखकर सूर्यास्त से पहले किसी मंदिर में अर्पित कर दें.
2. जीवन में स्थिरता एवं प्रगति के लिए तुला राशि वाले प्रतिदिन मां लक्ष्मी जी के समक्ष देसी घी का दीपक जलाएं.
3. जीवन में सुख-समृद्धि लाने के लिए बुधवार के दिन अपने घर में मनी प्लांट का पौधा लगाने से आर्थिक समस्याएं दूर हो जाएंगी.
4. दुखों से छुटकारा पाने के लिए 9 वर्ष से कम आयु की कन्याओं के चरण छुवें.
5. कष्टों के निवारण के लिए तुला राशि के जातक प्रतिदिन भोजन में से कुछ अंश गाय आदि जानवरों को दें.
6. यदि दांपत्य जीवन में तनाव है तो मंगलवार के दिन लाल वस्त्र में जटायुक्त नारियल बांधकर बहते हुए जल में प्रभावित करें, जल्द ही दांपत्य जीवन में चली आ रही परेशानियां दूर हो जाएंगी.
7. दिन में तंदूर की मीठी रोटियां बनाकर आवारा कुत्तों को खिलाएं, लाभ मिलेगा.
8. शिक्षा के क्षेत्र में सफलता पाने के लिए चीटियों को रोजाना आंटा खिलाएं. शुक्रवार के दिन अपने शरीर पर कोई गुलाबी रंग का वस्त्र पहनें तथा इत्र लगाएं.

शुक्र ग्रह मजबूत करने के उपाय
तुला राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है. माना जाता है कि यदि कुंडली में शुक्र खराब है या उचित स्थिति में नही है तो जीवन कष्टों से भर जाता और किस्मत भी मुंह मोड़ लेती है. इसलिए तुला राशि के जातकों को अपनी किस्मत चमकाने के लिए अपने कुंडली के शुक्र को मजबूत करने के लिए कुछ उपाय करने होंगे, जो इस प्रकार हैं-
1. शुक्रवार को सफेद वस्त्र पहनकर ओम द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम: मंत्र का जाप 5, 11 या 21 बार करना चाहिए. इससे तुला राशि के लोगों का शुक्र प्रबल होता है.
2. शुक्र को मजबूत करने के लिए शुक्र के बीज मंत्र ‘ओम शुं शुक्राय नम:’ का जप करें.
3. जिन लोगों का शुक्र ग्रह कमजोर है, उन्हें 21 बार या 31 बार शुक्रवार का व्रत करना चाहिए. यह व्रत करने से शुक्र मजबूत होता है और मां दुर्गा की भी कृपा प्राप्त होती है.
4. शुक्र को प्रबल बनाने के लिए आपको सफेद कपड़े, सुंदर वस्त्र, चावल, घी, चीनी आदि का दान करना चाहिए. इनके अलावा आप श्रृंगार सामग्री, कपूर, मिश्री, दही आदी का भी दान कर सकते हैं.
5. शुक्र को मजबूत करने के लिए भोजन में चीनी, चावल, दूध, दही और घी से बने भोज्य पदार्थ खाना चाहिए. किसी को कोई सेहत संबंधी समस्या हो तो परहेज करें.
6. शुक्र की स्थिति ठीक करने के लिए गौपालन एवं उसकी सेवा करें.
7. जिनका शुक्र कमजोर है, उनको हीरा पहनना चाहिए.
8. आप शुक्र का उपरत्न कुरंगी, दतला, तुरमली या सिम्मा धारण कर सकते हैं, इससे भी किस्मत चमक उठेगी.
9. फिरोजा रत्न धारण करें. इस रत्न को पहनने से शुक्र भी अनुकूल होता है और राहु-केतु की प्रतिकूलता में भी कमी आती है. इस रत्न को धारण करने से जीवन में सुख-समृद्धि भी आती है.

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